झूठ का सहारा

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niraj tyagi
सच्चाई का मुखोटा उतार आया हूँ।
बस आज मैं खुद को मार आया हूँ।।
सच्चाई से मैं अपनी बहुत परेशां रहा हूँ।
अब अपने लिए झूठ का नकाब लाया हूँ।।
हर तरफ अब झूठ और मक्कारी छायी है।
मेरी सच्चाई इस भीड़ में बहुत घबराई है।।
हर एक,दूसरे से तीसरे की बुराई कर रहा है।
फिर तीसरे के साथ मुस्कुराकर गले लग रहा है।।
बस उसी मुस्कुराहठ को चेहरे पर तराश रहा हूँ।
मासूमियत भरी मुस्कान को अब मार रहा हूँ।।
जब  तक  मयखाने  में  अकेला  था,
तब  तक  ही  मैं  शराबी  कहलाया।
जब  बैठ  गया  सब  शरीफो  के  साथ,
तब  जाकर  सामाजिक  कहलाया  हूँ।।
आज बड़ा ही परेशां है मेरा अकेलापन।
मैं खुद को भेड़चाल से जोड़ आया हूँ।।
अब आईना मुझमे मुझको ही खोजता है।
नकाब मैंने अब अंतरात्मा तक चढ़ाया है।।
देख रहा हूँ आजकल लोग साथ आ रहे है।
कल तक जो बेगाने थे,वो आजकल अपनो
से  भी  ज्यादा  अपने  नजर  आ  रहे  है।।
मेरी सच्चाई से जो लोग मुँह फेरने लगे थे।
झूठ  से  मेरे  वो  अब  करीब आने लगे है।।
#नीरज त्यागी
ग़ाज़ियाबाद ( उत्तर प्रदेश )

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।