एशियन खेल प्रतिस्पर्द्धा में 16 वर्षिय सौरभ चौधरी द्वारा नये कीर्तिमान सहित स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई स्वरूप मेरी रचना
सोना का तगमा लिया,बना देश का नाज।
सौरभ तुम पे गर्व है, हर दिल से आवाज।
हर दिल से आवाज,बधाई का हो ताँता।
झूम उठे सब लोग,हर्ष में तेरी माता।
कह बिनोद कविराय,मत्सुदा को था रोना।
ओलंम्पियन पछाड़,जीत ली तुम ने सोना।
#बिनोद कुमार ‘हंसौड़ा’
परिचय : बिनोद कुमार ‘हंसौड़ा’ का जन्म १९६९ का है। आप दरभंगा (बिहार)में प्रधान शिक्षक हैं। शैक्षिक योग्यता दोहरा एमए(इतिहास एवं शिक्षा)सहित बीटी,बीएड और प्रभाकर (संगीत)है। आपके नाम-बंटवारा (नाटक),तिरंगा झुकने नहीं देंगे, व्यवहार चालीसा और मेरी सांसें तेरा जीवन आदि पुस्तकें हैं। आपको राष्ट्रभाषा गौरव(मानद उपाधि, इलाहाबाद)सहित महाकवि विद्यापति साहित्य शिखर सम्मान (मानद उपाधि) और बेहतरीन शिक्षक हेतु स्वर्ण पदक सम्मान भी मिला है। साथ ही अनेक मंचो से भी सम्मानित हो चुके हैं