वीणावादिनी ज्ञान दायिनी ज्ञानवान कर दे….
माँ रूपसौभग्यदायिनी नव रुप भर दे….
हंसवाहिनी श्वेतांबरी जग उज्ज्वल कर दे…..
वीणापाणिनि शब्ददायिनी शब्दों से भर दे….
ज्योतिर्मय जीवन
तरंगमय जीवन
सभी जन प्रकाशयुक्त
सभी जन ज्ञानयुक्त
अज्ञान निशा को
जीवों से दूर कर दे…..
सत्य पथ सत्यमय
वीणा के तारों से
विद्या-विनयमय
स्वरों की झंकारों से
सभी जीव-प्राणि को
सुखद पल भर दे…..
कमलासिनी कमलनयन से सभी को दृष्टि दे…
वाग्देवी माँ वागेश्वरी वाणी से सभी को वृष्टि दे…..
कमंडलधारिणी करकमलों से सभी को वृद्धि दे…..
बुद्धिदात्री ब्रम्भचारिणी सभी को सृष्टि दे…..
#रमेश कुमार सिंह ‘रुद्र’
परिचय -:
➡ पूर्ण नाम~ रमेश कुमार सिंह
➡साहित्यिक उपनाम~ ‘रुद्र’
➡वर्तमान पता~ रोहतास बिहार -८२११०४
➡स्थाई पता~ कैमूर बिहार -८२११०५
➡पूर्ण शिक्षा~ डबल एम.ए. अर्थशास्त्र, हिन्दी एवं बी.एड.
➡कार्यक्षेत्र~ माध्यमिक शिक्षक बिहार सरकार
➡सामाजिक गतिविधि~ साहित्य सेवा के रुप में – साहित्य लेखन के लिए प्रेरित करना एवं सह सम्पादक “साहित्य धरोहर” अवध-मगध साहित्य मंच (हिन्दी)
“साहित्य सरोज पत्रिका” का प्रदेश प्रभारी (बिहार)
लेखन विधा~ छन्द मुक्त,नई कविता, हाइकु, गद्य लेखन मुख्य रुप से वैसे कुछ छन्दमय रचनाएँ भी करतें हैं
➡ लेखनी का उद्देश्य~ हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार करना, हिन्दी साहित्य की ओर समाज का झुकाव।
➡सदस्यता/सहयोग निधि~ कई साहित्यिक संस्थाओं में वार्षिक, द्विवार्षिक चार वार्षिक सदस्यता प्राप्त।