अन्याय न्यायालय में,कैसी सब प्रथा चली, न्याय मिल रहा नहीं,अब तो हटाओ जी। सांच घात कर रहा,मानवतावाद पर, इसके निदान हेतु,कुछ तो जताओ जी। सत्य मेव जयते का,ईमान क्यों डोल उठा क्या थी मजबूरी अब,सभी को बताओ जी। संविधान का आधार,बेच क्यों देते सब कोई तो उपाय सभी,ओर से लगाओ […]
ramesh
माता-पिता के आँगन, प्रेम मिला खुशहाल, खेलकूद कर हम, बचपन से पली। मन में कपट न था, मिला मूझे आशीर्वाद, रस्म-रिवाज विवाह, पूरा करने चली। रंगा-रंग कार्यक्रम, बारात लेकर आये, घर-द्वार सजा सब, सहनाईयाँ बजी। कन्या-दान दिये पिता, किये अपने से जुदा, नवाचार शुरुआत, करने आगे बढ़ी। माता-पिता का जगह,सास-ससुर […]