माता-पिता के आँगन, प्रेम मिला खुशहाल, खेलकूद कर हम, बचपन से पली। मन में कपट न था, मिला मूझे आशीर्वाद, रस्म-रिवाज विवाह, पूरा करने चली। रंगा-रंग कार्यक्रम, बारात लेकर आये, घर-द्वार सजा सब, सहनाईयाँ बजी। कन्या-दान दिये पिता, किये अपने से जुदा, नवाचार शुरुआत, करने आगे बढ़ी। माता-पिता का जगह,सास-ससुर […]
rudra
वीणावादिनी ज्ञान दायिनी ज्ञानवान कर दे…. माँ रूपसौभग्यदायिनी नव रुप भर दे…. हंसवाहिनी श्वेतांबरी जग उज्ज्वल कर दे….. वीणापाणिनि शब्ददायिनी शब्दों से भर दे…. ज्योतिर्मय जीवन तरंगमय जीवन सभी जन प्रकाशयुक्त सभी जन ज्ञानयुक्त अज्ञान निशा को जीवों से दूर कर दे….. सत्य पथ सत्यमय वीणा के तारों से विद्या-विनयमय […]