भूख

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atul kumar
भूख तुम कुछ भी हो
कविता नहीं हो/
कहानी,ग्रंथ,निबंध भी नहीं;
सब भोथरे है तुम्हारे आगे,
बदलती रही है प्रासंगिकता इनकी
समय के साथ /
तुम नहीं बदली
तुम्हारा होना ही प्रमाण है,
तुम्हारी अमरता का
सदियों से विचरती रही
तन मन धन के वास्ते
कभी “मधु” के चावल में
कभी “संतोषी” के भात में;
दुखो के सभी आयाम नतमस्तक खड़े है
“पेट की भूख” के आगे,
दुनिया आग इकट्ठा कर रही
सिक रही भावनायें
सुलग रहीं मानवता की साँसे
फिर सिकेगीं रोटियां पेट की आंच में,
रोटियो पर बैठेगी संसद
कलम फिर उतरेगी तरकश में/
आँसू अँगुलियों में होंगे
लेकिन रोटी कहीं नहीं होगी
सलाम अपराजिता ।

नाम-अतुल कुमार पाण्डेय ‘यायावर’

पता-ग्राम पोस्ट बभनौली पाण्डेय,थाना-लार जिला देवरिया उत्तर प्रदेश।
शिक्षा-गणित परास्नातक,शिक्षा स्नातक
कार्यक्षेत्र-प्रवक्ता,श्री रैनाथ ब्रह्मदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय सलेमपुर देवरिया उत्तर प्रदेश
विधा-कविता
सम्मान-कमल की कलम से ‘मजदूर’ कविता केलियेसम्मानित
प्रकाशन-हिन्द युग्म प्रकाशन से हाईकु संग्रह “शत हाईकुकार”२०१६ मे प्रकाशित।
 “कविता मेरे लिये भाव सम्यक दृष्टि है”

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।