नई दिल्ली। भारत मण्डपम में लगे विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेले में मासिक साहित्य ग्राम ने रचनाकारों को साहित्य सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इस सम्मान से सम्मानित लेखकों में रायपुर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार गिरीश पंकज, भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, मुम्बई से […]

इन्दौर। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा भारत मण्डपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2025 में हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल एन 09 पर इन्दौर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ के प्रथम बाल कविता संग्रह ‘मनय’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ. दिविक रमेश, सुप्रसिद्ध उद्घोषक विनय उपाध्याय, जवाहर […]

नई दिल्ली। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा भारत मण्डपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2025 में हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल एन 09 पर नवोदित लेखिका सोमी खेमसरा के कविता संग्रह ‘स्याही’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध साहित्यकार ताराचन्द शर्मा ‘नादान’ के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विमोचन के बाद कवयित्री सोमी […]

“त्याग समर्पण इतिहासों की ज्वाला को अपनायेंगे” पुलिवेंदुला (आंध्रप्रदेश)। परमाणु ऊर्जा विभाग की 70वीं प्लेटिनम जयंती वर्षगांठ के अवसर पर एक भव्य उत्सव में, यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआईएल) ने अपने पहले हिंदी कवि सम्मेलन की जोरदार मेजबानी की। सुमन सरकार, महाप्रबंधक (मिल) और किशोर भगत, उप महाप्रबंधक (खान) […]

इंदौर। मासिक साहित्य ग्राम अख़बार का जनवरी अंक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई को सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने विश्वविद्यालय में भेंट किया। अंक का अवलोकन कर प्रो. सिंघई ने प्रशंसा की। शीघ्र ही विश्वविद्यालय के साहित्यिक विभागों में भी साहित्य ग्राम नज़र आएगा। Post Views: […]

● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ सहजता, सादगी और सरलता से जीवन यापन करने वाले, साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा, संघनिष्ठा और समानुपात में राष्ट्रजागरण जैसे कार्यों से न केवल इन्दौर बल्कि समग्र मालवा और मध्यप्रदेश को गर्वित करने वाले स्वयंसेवक का नाम कृष्ण कुमार अष्ठाना है। आप भारत के प्रथम बाल साहित्य […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।