क़िताबें

व्यक्तित्व

एक चुटकी सिंदूर उड़ा दुश्मन चकनाचूर, पीछे हटने को हुआ कैसे वो मजबूर! किसने नाम है पाक दिया? काम सभी नापाक, दूर नहीं है अब दिन वो, पूरा होगा ख़ाक। फैले हुए हैं पाक में आतंकी अड्डे, ख़ुद ही क़ब्रों में जाने खोद रहे गड्ढे। दुश्मन के मुँह पर आया […]

एक आम भारतीय के दृष्टिकोण से यह कहना बहुत उम्दा है कि भारत की सरकार ने समझौता किया और अमेरिका के दबाव में कदम पीछे लिए किन्तु जब इसे अंतरराष्ट्रीय परिपेक्ष्य, युद्धनीति और वैश्विक विवशताओं के साथ जोड़कर देखेंगे तो निःसंदेह इसका दूसरा पक्ष भी है, जो जल्द ही सामने […]

अख़बार की जगह का महत्त्व समझें रचनाकार – डॉ. अर्पण जैन इंदौर। श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में शुक्रवार को सृजन विविधा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम सत्र में समाचार लेखन पर कार्यशाला आयोजित की गई, जिसे मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने संबोधित […]

इंदौर। पहलगाम हमले के विरुद्ध भारतीय सेना ने पीओके स्थित आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ चलाकर एयर स्ट्राइक कर आतंकियों को ढेर किया। सेना की इस सफलता की ख़ुशी में मातृभाषा उन्नयन संस्थान व ख़बर हलचल न्यूज़ ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर चॉकलेट का वितरण किया। संस्थान के […]

इंदौर। संस्था मंजिल ग्रुप साहित्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर सिंह सुधाकर ने 25000 किलोमीटर की साहित्यिक रथ यात्रा की और अपने इंदौर पड़ाव में, इंदौर के साहित्यकारों को सम्मानित किया। उन्होंने बताया की मग सम एक ऐसी संस्था है जो साहित्यकारों की रचनाओं के आधार पर ग्रीन कार्ड रेडकार्ड […]

इन्दौर ने सुनी थी गुरु नानक जी की वाणी इन्दौर। श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में कालजयी साहित्यकार स्मरण शृंखला की 109वीं कड़ी में गुरुनानक जी को याद किया गया और उनके कृतित्व तथा व्यक्तित्व पर चर्चाएँ की तथा चित्र का अनावरण भी किया। मंगलवार को सम्पन्न हुए कार्यक्रम में […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।