नईदिल्ली। सुप्रसिद्ध अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र की तीसरी पुस्तक ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन विश्व पुस्तक मेला में आचार्य बालकृष्ण, डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी , साहित्यकार ओम निश्चल, डॉ. लक्ष्मी शंकर वाजपेयी एवं सर्व भाषा ट्रस्ट के संचालक केशव मोहन पाण्डेय ने किया। विमोचन के अवसर पर अखिलेंद्र मिश्र ने अपनी कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ […]

नई दिल्ली। भारत मण्डपम में लगे विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेले में मासिक साहित्य ग्राम ने रचनाकारों को साहित्य सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इस सम्मान से सम्मानित लेखकों में रायपुर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार गिरीश पंकज, भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, मुम्बई से […]

नईदिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत इंग्लैंड से संचालित इंग्लिश न्यूज़ द्वारा वर्ष 2024-25 की श्रेष्ठ कृतियों के लिए साहित्यकारों को सम्मानित किया गया, उनमें से संस्मय प्रकाशन के 11 साहित्यकारों का चयन भी हुआ है। संस्मय प्रकाशन की संस्थापक शिखा जैन व निदेशक भावना शर्मा ने बताया कि वर्ष 2024-25 […]

नई दिल्ली। भारत मण्डपम, दिल्ली में संपन्न हुए विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेले में ‘साहित्य ग्राम’ और मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने लेखक और मीडिया शिक्षक प्रो.संजय द्विवेदी को ‘साहित्य सारथी सम्मान’ से सम्मानित किया। हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल पर साहित्यग्राम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, […]

इन्दौर। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा भारत मण्डपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2025 में हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल एन 09 पर इन्दौर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ के प्रथम बाल कविता संग्रह ‘मनय’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ. दिविक रमेश, सुप्रसिद्ध उद्घोषक विनय उपाध्याय, जवाहर […]

नई दिल्ली। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा भारत मण्डपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2025 में हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल एन 09 पर ऑस्ट्रेलिया के लेखकद्वय डॉ. भावना कुँअर एवं प्रगीत कुँअर का साझा ग़ज़ल संग्रह ‘मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. जवाहर कर्णावट ने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।