राष्ट्रधर्म निभाती है कविता- प्रो. भारद्वाज डॉ. कुँअर बेचैन की काव्य साधना जनपक्षधर – डॉ. शैलेन्द्र शर्मा उज्जैन। हिन्दी कवि डॉ. कुँअर बेचैन की जन्म जयंती पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान, डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया और विक्रम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में काव्य कुँअर 2025 व काव्य दीप सम्मान […]

‘अनहद अहद’ का आयोजन सम्पन्न परकाया प्रवेश जैसा है बाल साहित्य का लेखन- डॉ. द्विवेदी बाल मन के कुशल चितेरे रहे अहद प्रकाश- डॉ. बलवटे बाल सुलभ मन के धनी अहद जी- कान्ता रॉय भोपाल। शहर के सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार एवं बाल साहित्यकार अहद प्रकाश की स्मृति में मातृभाषा उन्नयन संस्थान […]

इन्दौर। निमाड़ के गौरव एवं अपनी सर्जना से निमाड़ी बोली को पहचान दिलवाने में महनीय भूमिका निभाने वाले साहित्यकार जगदीश ‘जोशीला’ को मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया। पद्मश्री अलंकरण के उपरांत इन्दौर में प्रथम नगर आगमन पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा श्री जोशीला का […]

इंदौर। पहलगाम हमले के विरुद्ध भारतीय सेना ने पीओके स्थित आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ चलाकर एयर स्ट्राइक कर आतंकियों को ढेर किया। सेना की इस सफलता की ख़ुशी में मातृभाषा उन्नयन संस्थान व ख़बर हलचल न्यूज़ ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर चॉकलेट का वितरण किया। संस्थान के […]

हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह 2025 सम्पन्न भाषा और भारतीयता की चिंता आवश्यक- प्रो. द्विवेदी हिन्दी के प्रति भाषाई परतंत्रता आज भी जारी- डॉ. माधव हिन्दी प्रचार में समाचार पत्रों की अहम भूमिका रही- शिवकुमार विवेक पाँच कवियों को भी काव्य गौरव अलंकरण मिला इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए […]

इंदौर। उत्कृष्ट कविता एवं प्रांजल भाषा में लेखन करने वाली औरैया उत्तरप्रदेश निवासी कवयित्री इति शिवहरे को मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इन्दौर प्रेस क्लब में आयोजित आवाज़ ए मालवा कवि सम्मेलन में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, कवि पंकज दीक्षित व […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।