हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह 2025 सम्पन्न भाषा और भारतीयता की चिंता आवश्यक- प्रो. द्विवेदी हिन्दी के प्रति भाषाई परतंत्रता आज भी जारी- डॉ. माधव हिन्दी प्रचार में समाचार पत्रों की अहम भूमिका रही- शिवकुमार विवेक पाँच कवियों को भी काव्य गौरव अलंकरण मिला इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए […]

इंदौर। उत्कृष्ट कविता एवं प्रांजल भाषा में लेखन करने वाली औरैया उत्तरप्रदेश निवासी कवयित्री इति शिवहरे को मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इन्दौर प्रेस क्लब में आयोजित आवाज़ ए मालवा कवि सम्मेलन में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, कवि पंकज दीक्षित व […]

नए संकल्पों के साथ वर्ष 2025 में रहेंगे हिन्दी योद्धा मैदान में ‘हिन्दी तन-मन, हिन्दी जीवन’ के संकल्प के साथ वर्ष 2024 की यात्रा आरम्भ की थी। प्रत्येक वर्ष देश के सर्वाधिक सक्रिय हिन्दी सेवी ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ ने अपनी उपस्थिति और आयोजनों, गतिविधियों के कारण हिन्दी के सम्मान में […]

इन्दौर। हिन्दी भाषा की सेवा एवं प्रसार के लिए कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान की सतत् हिन्दी सेवा एवं अनुपम कार्यों के लिए वामा साहित्य मंच द्वारा रविवार को संस्थान को सम्मानित किया गया। यह सम्मान साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन के निदेशक डॉ. विकास दवे की अध्यक्षता में वामा की अध्यक्ष […]

तिफरा। हिन्दी महोत्सव 2024 के अंतर्गत मातृभाषा उन्नयन संस्थान की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा तिफरा के डी के उच्चतर माध्यमिक शाला में बच्चों के बीच कविता पाठ एवं निबन्ध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। मुख्य अतिथि संस्थान की प्रदेश अध्यक्ष डॉ रश्मि लता मिश्रा द्वारा विजेता बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए […]

नागर कर्नूल। मातृभाषा उन्नयन संस्थान तेलंगाना इकाई की‌ ओर से राज्य के विविध जिलों में “हिंदी महोत्सव” कार्यक्रम मनाया गया है। इसी क्रम में तेलंगाना प्रदेश के नागर कर्नूल जिले में तेलंगाना इकाई के प्रदेश सचिव कमलेकर नागेश्वर राव “कमल” जी के अध्यक्षता में सफल आयोजन किया गया है । […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।