राम जरूरी है

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vikas yadav
त्रेता से कलयुग तक भारत के गौरव का गान हैं वो,
मर्यादा पुरुषोत्तम हर हिन्दू का स्वाभिमान हैं वो।
वानर सेना के संग पूरा सागर पार किया जिसने,
धर्म की जय हेतु दशानन का संहार किया जिसने।
थोड़ी-सी उपलब्धि पाकर ज्यादा मद में फूलो मत,
विश्व पटल पर सर्वश्रेष्ठ पुत्र रूप हैं वो भूलो मत।
अपने घर मालिक होकर भी शरणार्थी हैं वो क्यों,
न्यायालय हैं जो खुद,आज मामूली प्रार्थी हैं वो क्यों।
फिर एक मुगल लुटेरा आया,नीयत जिसकी काली थी,
सब-कुछ लूटने पर भी जिसकी,पापी आत्मा खाली थी।
जिसने खुद को नीचधर्मिता में आगन्तुक कर डाला,
तुमने सत्ता हेतु उसको राम के सम्मुख कर डाला।
वे गिनती के होकर भारत-भू पर क्यों स्वयं-भू हैं,
सवा अरब होकर भी क्यों प्रभु राम का आश्रय तम्बू है।
रक्षा सनातन हेतु अधर्म से जब तक संग्राम जरूरी है,
आदि से अनन्त तक दुनिया में श्रीराम जरूरी है॥
                                                                                        #विकास यादव

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