तुम और सिर्फ तुम मुझे मुझसे चुरा लेते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल करते हो। पानी में घुमा देते हो उंगलियां अपनी ‘ज़ाम’ कर देते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल करते हो। तकलुफ़्फ़ मुझे नहीं नज़रों को है मेरी, महफ़िल में भी काजल चुरा लेते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल […]