*देश की सुप्रसिद्ध कवयित्री गौरी मिश्रा की काव्य यात्रा का सफरनामा*           हमारे देश में नारी को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है। लेकिन उसी देवी को घर की चारदीवारी में कैद कर रखा जाता है।  कुछ बेटियां जीवन संघर्ष में सफल होकर आगे बढ़ […]

     कुण्डलपुर गाँव में आज एक ही चर्चा थी सेठ धनपत राय के चारों बेटे ने अपना अपना हिस्सा ले लिया। सेठजी की धन दौलत मकान दुकान सोना चाँदी का आज बँटवारा हो गया। छोटे से लेकर बड़ों तक  गाँव के लोगों में बस एक ही चर्चा थी। नाई […]

लेकर हल काँधे पर निकल गए भूमिपुत्र सारे। खुशियों को बांटने चले आये आषाढ़ के बादल।। माटी की सोंधी सोंधी महक से झूम उठे खेत। भूमिपुत्रों को मनाने आ गए आषाढ़ के बादल।। ये इंद्रधनुषी सपनो को उम्मीदों के पंख लगाने। फिर उमड़ घुमड़ कर आ गए आषाढ़ के बादल।। […]

प्रसव पीड़ा से उन्मुक्त करता है डॉक्टर जन्म की खुशखबरी देता है डॉक्टर इस संसार मे सबसे बड़ी खुशी देता डॉक्टर कितनी ही दुआएं रोज लेता डॉक्टर ईश्वर का साक्षात अवतार है डॉक्टर तड़फते मरीज में नई ऊर्जा भरता डॉक्टर मौत के मुँह में से भी बचा लेता है डॉक्टर […]

कृति:- ख़ामोश दर्द लेखक:- प्रमोद कुमार “हर्ष” संस्करण:- प्रथम 2019 पृष्ठ:-64 प्रकाशक:- वर्तमान अंकुर नोएडा, गौतमबुद्धनगर समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित’       प्रस्तुत कृति “खामोश दर्द” प्रमोद कुमार “हर्ष ” हिमाचल प्रदेश के युवा कवि की प्रथम कृति है जिसमें 11 कहानियाँ है और 41 काव्य रचनाएँ हैं। कृति […]

चमचमातो चुड़ीलो माथा पे बोर बन्द, कमर पे सरकतो कंदोरो लहरातो बाजूबंद, छम छम करता झंजरिया मुकस्काए मकरंद , गोरी थारो रूप निहारे साजन मंद मंद ………… खनखनाता कंगना कसमसातो टड्डों, नाक में नथनी लहरावे गाल पे पड़ी जावे गड्डों छमछमाती बिछिया , इनका चाले संग संग गोरी थारो रूप […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।