इंसान का ज़मीर गिर जाए तो,कोई शिखर कभी काम नहीं आता। मौत हकीकत है इसे मिटाने में,कोई हुनर कभी काम नहीं आता॥ अनगिनत अरमानों की कशमकश को, ता-उम्र ढोता आया हूँ। खुशियों के काफिलों के लिए ता-उम्र रोता आया हूँ॥ मंजिल का ठिकाना नहीं तो,कोई सफर कभी काम नहीं आता। […]