अँधेरें में तेरी रोशनी पाकर, हर शख्स सम्भलता है। तेरी खूबी ये है ‘चाँद’ तू सबके साथ साथ चलता है। भले ही दाग हो, तेरे चेहरे पर काला। न जाने क्यूँ हर शख्स तुझसे मिलने को मचलता है। न जाने कितनी अंगुलियाँ, उठी होगी आज तलक। तुझ पर,पर तू है […]
शिव में मात्रा…जीवन की है.. शिव ही तो है…खेंवईया, शिव तांडव से…नृत्य कलाएं.. शिव डमरू से…स्वर-लहरियां॥ शिव से ही है…वशीकरण तो.. शिव से ही…उच्चाटन है, शिव से ही है…सुंदरता तो.. शिव ही सत्य…सनातन है॥ शिव से ही…मानवता पलती.. शिव ही करते…रखवारी, शिव कण्ठ में…गरल समाया.. शिव मस्तक पर…गंगझारी॥ शिव त्रिशूल […]