माँ नहीं पिलाती दूध उस मासूम को, समय-बेसमय जब वह होता है भूखा और रोता है दूध के लिए। माँ नहीं कराती उसे स्तनपान, क्योंकि डर है उसे अपनी देहयष्टि के ख़राब होने का। माँ नहीं पिला सकती दूध, वक्त -बेवक्त उस अबोध को जो नहीं जानता समय का महत्व […]
अहंकार का मूल मिटाकर, भाईचारा अपनाएँ। ‘तू-तू, मैं-मैं’ में क्या रखा, समझें,सबको समझाएँ॥ ईश्वर ने कुछ सोच-समझकर ही परिवार बनाया है- रिश्तों की मजबूती में, कुछ वो आएँ,कुछ हम आएँ॥ #अवधेश कुमार […]
माँ नहीं है… तेरी आँखों से बहता पानी, मुझे सब कुछ बताता है जब तू रोता है, मेरा दिल भर आता है क्या कोई गैर है या है अपना, बता कौन है वो जो तुझे हरदम रुलाता है। तेरी आँखों से… पापा सब कुछ है मेरे पास, पर माँ नहीं […]
जीवन पथ पर प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन कई छोटे-बड़े कार्यों को पूरा करना होता है। कई कार्य साधारण होते हैं तो कई आपके जीवन को नई दिशा देते हैं और आपके कर्मठ,प्रतिभा सम्पन्न एवं यशस्वी होने की गवाही देते हैं। प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में सफलता पाना चाहता है अथवा […]
बढ़ रही है ठंड यहां, सर्दी जब से आई। शीतल हुई है हवा, नहीं धूप में गरमाईll सूरज के उगने पर, अब सुबह भी कुमुनाई। स्वेटर और चादर संग, सब खींचें रजाईl बढ़ गई है…ll जल्दी ढलती है शाम, और रातें हैं लंबी। अंगीठी और बोरसी ले, दुबके हैं […]
आज इश्क़ परवान चढ़ा है, देखो मोहब्बत,इज़हार होने चला है न धूप देखी है,न छांव की आस है, बस एक बहती नदी को किनारे की तलाश हैl हर राह,कुर्बान होने चला है, देखो मोहब्बत,इजहार होने चला हैl न उदासी की कहानी है, न अश्क़ रूहानी है मोहब्बत और कुछ नहीं, […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।