बचपन

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hemlata golcha
हंसी-ठिठोली आंख-मिचौनी,
बचपन के दिन वो चार।
स्मृति पटल पर आता जब भी बचपन,
हो जाता नव ओज का संचार।
खेल-खिलौने गुड्डे-गुड़िया,
मिलता निश्छल सबका दुलार।
आना-कानी अथक मनमानी,
मां की डपट में छिपा रहता प्यार।
साथी-संगी का सांझा झोल झपाटा,
गुंंथा रहता स्नेह का अटूट धागा।
निश्छल तरंग नित नवीन रंग,
बचपन के पल मधुर।
#हेमलता गोलछा ‘प्रियंका’
परिचय : हेमलता गोलछा का साहित्यिक उपनाम-प्रियंका है। १९८२ में २४ सितम्बर को जन्मीं और जन्म स्थान-श्रीडूंगरगढ़(राजस्थान)है। वर्तमान में  गुवाहाटी के तरुण नगर में रहती हैं। 
शहर-गुवाहाटी(आसाम)निवासी प्रियंका की शिक्षा-स्नातक(कला)एवं कार्यक्षेत्र-गृहिणी का है। आप सामाजिक क्षेत्र में 
विभिन्न साहित्यक संस्थाओं से जुड़कर  सक्रिय हैं। लेखन में कविता,मुक्तक और कहानियां आप लिखती हैं। प्रकाशन में आपके नाम-हिंदी सुलभ व्याकरण पाठ्य पुस्तक(भाग १,२,३,४,५) है। विभिन्न संस्थानों  से सम्मानित हैं,जिसमें तेजस्वी सम्मान भी शामिल है। आपकी दृष्टि में लेखन का उद्देश्य-समाज में फैली विकृति को दूर करने की छोटी-सी कोशिश करते रहना है। 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।