सही अर्थ में आजादी

0 0
Read Time1 Minute, 45 Second
sonu
हमारे देश में आजादी हमको फिर से लाना है,
मेरे दिल की सभी बातें सभी को कह सुनाना है…।
गए इस देश से अंग्रेज पर शासन उन्हीं-सा है,
हमें शासन में भी अपने ही रँग को अब चढ़ाना है…।
बहुत कुछ कह चुके हैं हम,बहुत कुछ सुन चुके हैं हम,
नहीं कहना, नहीं सुनना,हमें करके दिखाना है…।
बुलाता देश है तुमको,अगर तुम सुन सको सुन लो,
गुलामी की उन्हीं गर्तों में हमको फिर न जाना है…।
यहाँ पर घूसखोरी है,यहाँ पर बेईमानी है,
कहूँगा आज मैं सब कुछ,नहीं कुछ भी छुपाना है…।
कहीं चूल्हा नहीं जलता,कहीं शिक्षा नहीं मिलती,
किसी को अस्पतालों की सफ़ों में मर ही जाना है…।
अगर कुछ कर सकें तो यें हमें संकल्प करना है,
हमारे देश में हमको ही अब बदलाव लाना है…॥
                                                                     #सोनू कुमार जैन
परिचय : १९८६ में जन्मे सोनू कुमार जैन,सहारनपुर के रामपुर मनिहारान (उत्तरप्रदेश) के निवासी हैं। सहारनपुर जिले में सरकारी अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने बीएससी के पश्चात बीएड,एमए(अंग्रेजी साहित्य)किया और अब हिन्दी साहित्य से एमए कर रहे हैं। मुक्तक,कविता,गीत, ग़ज़ल,नज़्म इत्यादि लिखते हैं। योग विधा से भी वर्षों से जुड़े हुए हैं और मंचों से योग प्रशिक्षण एवं योग शिविर इत्यादि संचालित करते हैं। 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

आओ  कृष्ण मुरारी

Wed Aug 16 , 2017
दुःखी  धरा  की जनता  सारी। अब  तो  आओ  कृष्ण मुरारी॥ झूठ  खूब  फल-फूल  रहा  है। सच   फंदे   पे    झूल रहा  है॥ पशु   समान    इंसान   हुए  हैं। डगमग   अब   ईमान   हुए  हैं॥ असत्य   सत्य  पे   हुआ  भारी। अब  तो  आओ […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।