Read Time25 Second

कहाँ गईं वो भारत माँ की गौरवशाली गाथाएं,
रण में स्वयं भेजने वालीं जीजाबाई माताएं।
रानी पद्मिनि, पन्नामाता, लक्ष्मीबाई लाखों थीं,
पर इतिहास देख पाया बस चारण कवि की क्षमताएं।
हर दिल की आवाज बनेगी,
अवध लेखनी राज करेगी॥
#अवधेश कुमार ‘अवध’
Post Views:
8

