परिचय : नेत्रपाल राघव सामाजिक दिक्कतों पर अधिक लिखते हैं। इनका निवास जहांगीरपुर मांट मथुरा वृन्दावन में है। वर्तमान में हिन्दी भाषा में स्नातक की पढ़ाई जारी है। किसान के बेटे नेत्रपाल वीर व करुण रस में कविता रचते हैं। लेखन के लिए वाराणसी से दो बार सम्मान मिला है। कुछ सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं।
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पैसा वो चीज है साहब,
जिसके बिना सब उदास रहते हैं..
जो इससे दूरी बनाने की सलाह देते हैं,
वो ही अधिकतर इसके पास रहते हैं।
समय बदला,सदी बदली,
बदल गई सूरत है
आज इंसानियत की कम,
पैसे की ज्यादा जरूरत है॥
#नेत्रपाल राघव
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