हिन्दी मेरे हिन्दुस्तां,की जान दोस्तों।
हिन्दी से पुरानी है,पहचान दोस्तों ll
भाषाई कई लिखे,सबने गीत गाए।
हिन्दी के गीत चढ़े,परवान दोस्तों ll
हिन्दी है बड़ी मधुर,संयम भी बहुत है।
हिन्दी के क्या गाऊँ,गुणगान दोस्तों ll
प्रेम डोरी बांध के,यश सबको दिलाए।
हिन्दी जमीं हमारी,आसमान दोस्तों ll
ओ हिन्द के बाशिंदों,हिन्दी ज्ञान लीजिए।
मातृभाषा बढ़ाओ,जगशान दोस्तों ll
हिन्दी को मिल बनाएं,`सुधा` राष्ट्रभाषा।
विश्व से भी कराएं,पहचान दोस्तों ll
परिचय : श्रीमती सुधा कनौजे मध्यप्रदेश के दमोह में न्यू हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी (विवेकानंद नगर) में रहती हैंl श्रीमती कनौजे दमोह के जिला शिक्षा केन्द्र में एपीसी(जेण्डर) हैंl