आया राखी का त्यौहार,
जिसमें दिखता भाई-बहिन का प्यार।
साथ पले और साथ पढ़े हैं।
खूब मिला बचपन में प्यार।
भाई-बहन का प्यार बढ़ाने।
आया है राखी का त्यौहार।।
आया राखी का त्यौहार।
लाया खुशियों की बौछार।
बांध रखा है एक धागे में।
भाई-बहन का अटूट प्यार।
आया राखी का त्यौहार।।
राखी का त्यौहार आया।
बहनों की दुआएं
भाइयों को साथ लाया।
बना रहे यह बंधन हमेशा।
भाई-बहिन का पवित्र रिश्ता।।
प्रीत के धागो के बंधन में।
स्नेह का उमड़ रहा संसार।
सारे जग में सबसे सच्चा।
होता भाई-बहन का प्यार।।
देखो आया राखी का त्यौहार।
जिसमे दिखता भाई-बहिन का प्यार।
आया रखी का त्यौहार।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुंबई )