था एक दृढ़ संकल्प
नहीं था कोई विकल्प,
दुनिया में है अब एक
विशाल पवित्र प्रकल्प।
अपार सद्गुणों के महासागर प्रभु श्रीराम,
परहित जन्में राम, परहित किए सदकाम।
रामराज्य लाने हित जिएँ हम सब आठों याम,
संगठित सज्जन रामकाज किए बिना नहीं करें विश्राम।
भारतीय संस्कृति का है मूल आधार श्रीराम,
ऐतिहासिक धरोहर जन्मभूमि अयोध्या श्रीराम।
सहिष्णुता-सामञ्जस्य की मिसाल श्रीराम,
धर्म परायण एकता का स्वस्थ माध्यम श्रीराम।
राष्ट्र के नवनिर्माण की चेतना का गान श्रीराम,
हर युवा पीढ़ी का आदर्श-संरक्षक मेरे श्रीराम।
सद्धर्म के कारक, अधर्म संहारक मेरे श्रीराम,
नैतिकता से निहारता नवनिर्मित मंदिर भव्य श्रीराम।
रघुकुल नायक जय श्रीराम! जय श्रीराम!
#मणिमाला शर्मा
इंदौर