मैं देश का हूँ,..

0 0
Read Time59 Second

sonu

हमेशा अपने हृदय की बातों को रोक पाना बहुत कठिन है,
हमेशा चुप रह के सारे जुल्मों को सहते जाना बहुत कठिन है।

सभी ने बचपन से ये सिखाया के सच का दामन कभी न छोड़ो,
मगर ये सच्चाई मेरे प्यारे अमल में लाना बहुत कठिन है।

मैं देश का हूँ,है देश मेरा,सभी हमेशा ये बोलते हैं,
मगर जो बोले उसे हृदय से सदा निभाना बहुत कठिन है।

मेरी तो धड़कन में देश मेरा,मेरी मुहब्बत है देश मेरा,
मेरा मुहब्बत के दुश्मनों से ही मेल खाना बहुत कठिन है।

नहीं मैं हिन्दू नहीं मैं मुस्लिम,न सिक्ख, ईसाई धर्म मेरा,
ये गीत अपने दिलों से ‘सोनू’ लबों पे लाना बहुत कठिन है॥

                                              #सोनू कुमार जैन

 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

चारुचन्द्र

Wed Jul 5 , 2017
चारुचन्द्र की चाँदनी मनोहर, शरद रितु में जब-जब छाती। मेरे अनुरागी मन में प्रिया याद तेरी बरबस आती ॥ होती कठिन कठोर व्यथा, सहना या कहना घोर प्रिये। चक्रवात-सा विकल विवश, अजब अनोखा दर्द लिए॥ बैरन बन जाती है रजनी, तनहाई में तेरी हूक जगा!। प्रीत पंथ पर हरदम सजनी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।