बढ़ेगी जब जनसंख्या, अच्छे दिन कैसे आयेंगे।
होगे जब दस दस बच्चे,फिर बुरे दिन तो आयेंगे।।
बढ़ रही जनसंख्या कैसे नियंत्रण कर पाओगे।
हुआ न नियंत्रण,देश का विकास न कर पाओगे।।
पड़ी है बेड़ियां जनसंख्या की भारत मां के पैरो में।
चलता रहा देश ऐसा,रोड़ी चुभेगी मां के पैरो मे।।
बढ़ेगी जनसंख्या देश की,ये विकास रुक जाएगा।
रोकी नहीं आबादी,देश गड्ढे मे तुरंत गिर जाएगा।।
बच्चे ज्यादा होगे तो जरुरते कैसे होगी पूरी।
कम बच्चो वालो की भी जरुरते न होती पूरी।।
बहती थी जहां दूध की नदिया पानी के लिए तरस रहा है।
एक बोतल शुद्ध पानी के लिए बन्दा अब तरस रहा है।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम