एक भी टीका खराब ना हो

0 0
Read Time1 Minute, 57 Second

समस्त टीकाकरण केंद्रों पर प्रभारियों को टीकाकरण हेतु 1 बैकअप लिस्ट बनाकर रखना चाहिए जिसमें टीका लगवाने वाले ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर, समाजसेवी, पत्रकार, युवाओं के नाम व मोबाइल नम्बर हो। जैसा कि हम जानते है, वैक्सीन का 1 डोज़ निकलने पर 10 लोगों को वैक्सीन लग सकती है। यदि दिवस के अंत में टीकाकरण हेतु पूरे 10 लोग नही बचते, तो ऐसे में बची हुई वैक्सीन खराब हो सकती है, क्योंकि उसे दूसरे दिन उपयोग नही किया जा सकता। इस संबन्ध में प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर एक बैकअप लिस्ट बनाकर रखना चाहिए, और टीकाकरण अधिकारी वैक्सीन शेष रहने पर 30 मिनट पहले उक्त लिस्ट प्रभारी को वैक्सीन बचने की सूचना दे, ताकि 30 मिनट में शेष बचे लोगों को बैकअप लिस्ट के माध्यम से बुलाकर टीका लगाया जा सके। इससे वैक्सीन का एक भी टीका खराब नही होगा। जैसा कि कई केंद्रों से टिका खराब होने की खबर आ रही है। पूरे देश मे कुल मिलाकर 45 लाख वैक्सीन डोज़ खराब हो चुके है, जिसमें आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छतीसगढ़ सबसे आगे है। मध्यप्रदेश में भी 81000 से अधिक वैक्सीन डोज़ खराब हुए, जो चिंता का कारण है। यदि जनता व अधिकारी दोनों वेक्सिनेशन के लिए जागरूक बने तो वैक्सीन का बर्बाद होना रोका जा सकता है।

मंगलेश सोनी
मनावर मध्यप्रदेश

matruadmin

Next Post

जीवन

Mon May 17 , 2021
जीवन सफल बनाने को कर लो कुछ उपकार राह भटके लोगो को आओ दिखाए सन्मार्ग झूठ,फरेब और मक्कारी है कलियुग की पहचान इन सबसे मुक्ति का राजयोग है निदान सवेरे उठकर जो परमात्मा का करते है नियमित ध्यान सारे विकार नष्ट हो उनके मिले सदाचरण का ज्ञान ।#श्री गोपाल नारसन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।