महोदय,
राष्ट्रपति सचिवालय से हिन्दी में प्रेस विज्ञप्तियाँ जारी नहीं की जा रही हैं और न ही वेबसाइट पर प्रकाशित की जा रहीं हैं। राष्ट्रपति सचिवालय में धारा 3(3) का उल्लंघन भी हमेशा किया जाता है।
1) 19 अगस्त 2020 को सचिवालय द्वारा अंतिम बार हिन्दी में “भारत के राष्ट्रपति ने डॉ. शंकर दयाल शर्मा की जयंती पर उनके चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की” शीर्षक से विज्ञप्ति वेबसाइट पर अपलोड की गई थी। उसके बाद से 4 महीनों से एक भी विज्ञप्ति हिन्दी में अपलोड नहीं की गई है।
2) राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा कभी भी हिन्दी विज्ञप्तियाँ पत्र सूचना कार्यालय को नहीं भेजी जाती हैं, हिन्दी में जारी विज्ञप्तियाँ अंग्रेजी की मूल विज्ञप्ति के साथ ही पत्र सूचना कार्यालय को भेजने का निर्देश दें। प्रमाण के लिए पत्र सूचना कार्यालय का पत्र संलग्न है। पत्र-सूचना कार्यालय (“पसूका”) ने सूचना का अधिकार अधिनियम के अधीन 6 मई 2013 को लगाये गए आवेदन के उत्तर में बताया था कि गृह मंत्रालय का मासिक रिपोर्ट कार्ड एवं संघ लोक सेवा आयोग के परीक्षा परिणाम के अलावा अन्य किसी भी सरकारी विभाग /आयोग/मंत्रालय/कार्यालय से हिन्दी में विज्ञप्ति नहीं आती है. केवल अंग्रेजी में विज्ञप्तियाँ उनके पास आती हैं. यहाँ तक की प्रधानमंत्री कार्यालय, लोकसभा सचिवालय और राष्ट्रपति भवन से भी विज्ञप्तियाँ हिंदी में जारी नहीं की जाती हैं। नवीनतम् पत्र 9 नवंबर 2020 (संलग्न) के माध्यम से पत्र सूचना कार्यालय ने बताया है कि 1 अप्रैल 2020 से 30 सितंबर 2020 की अवधि में उसे 4554 प्रेस विज्ञप्तियाँ केवल अंग्रेजी भाषा में प्राप्त हुई.
3) राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा सभी निविदाएँ केवल अंग्रेजी में जारी की जाती हैं, यह उल्लंघन लगातार जारी है। प्रमाण के लिए राष्ट्रपति सचिवालय का पत्र संलग्न है।
4) राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा सभी भर्ती सूचनाएँ केवल अंग्रेजी में जारी की जाती हैं, यह उल्लंघन लगातार जारी है। प्रमाण के लिए राष्ट्रपति सचिवालय का पत्र संलग्न है।
5) राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा राजभाषा नियमावली के नियम 11 का उल्लंघन भी किया जाता है, अधिकारियों की रबर मुहरें, पत्रशीर्ष, शिलापट, बैनर आदि केवल अंग्रेजी में तैयार करवाए जाते हैं, यह उल्लंघन लगातार जारी है। प्रमाण के लिए राष्ट्रपति सचिवालय का पत्र संलग्न है।
भवदीय |
प्रवीण कुमार जैन
नवी मुम्बई (भारत)