करूँ सदा शुभ कामना, उन्नत होवे देश।
भूमण्डल सरनाम हो,उज्ज्वल हो परिवेश।।
देश वासियों के लिये, नये साल संदेश।
जनता को शुभकामना,खुशियाँ सभी प्रदेश।।
सामाजिक परिवेश में, मानव मान समाज।
सबके हित शुभकामना,नये साल की आज।।
नारी को शुभकामना, मैं देता करजोर।
शक्ति देश की ये बने, बढ़े उन्नति ओर।।
राजनीति ऐसी करो, जो होवे निष्पाप।
नेताओं शुभकामना, देश सँवारो आप।।
छात्र सभी अच्छेे पढ़े, ऊँचा कर दे नाम।
उज्ज्वल भावि के लिए,शुभाशीष शुभकाम।।
ऐसी है शुभकामना, मानवता हित मान।
दीन हीन दिव्यांग का, करें भला सम्मान।।
सैनिक को शुभकामना,शहादत जय जवान।
अनदाता दुख दूर हो, जय हम कहे किसान।।
लेखक जो साहित्य के,गुरुजन सभी सँभार।
है उनको शुभकामना, जिन पर गुरुतर भार।।
मात पिता के स्वप्न सब,करने हैं साकार।
दें उनको शुभकामना, ऊँचे रखो विचार।।
मजदूरों हित में रहे,नीति नियम सरकार।
सच्ची है शुभकामना, वे असली पतवार।।
हिन्दी हित शुभकामना,शुभ हो हिन्दुस्तान।
उत्तम साहित साधना, साध भले अरमान।।
रीत प्रीत सद्भावना, रहे सभी इंसान।
प्यारी सी शुभकामना ,नेह नीति ईमान।।
बिटिया सबको हो प्रिये,रहे मान अरमान।
मेरी है शुभ कामना, बेटी बने महान।।
उन सबको शुभकामना,रहा जिन्हे मैं भूल।
शर्मा बाबू लाल की, करना दुआ कबूल।।
नाम– बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः