भगवान से प्रार्थना

0 0
Read Time1 Minute, 27 Second

हे ! भगवन तेरे भक्त हम,
कोरोना से बचा हमें तुम।

जब जब भक्तो पर मुसीबत आई ,
तूने आकर उनकी लाज है बचाई।
ये कोरोना काफी कहर ढा रहा,
इंसान अब इससे है घबरा रहा।
इसको जड़ से कर तो तुम ख़तम।
हे ! भगवन तेरे भक्त हम,
कोरोना से बचा लो हमे तुम।।

सारे संसार में अंधेरा छा रहा,
घर घर इंसान है अब मर रहा।
घर में काफी दिनों से वह बन्द,
सारे काम धंधे भी है अब बन्द।
इन सबको चला दो प्रभु तुम,
हे ! भगवन तेरे भक्त हम।
कोरोना से बचा लो हमे तुम।।

प्रहलाद को तुमने है बचाया,
द्रोपदी को तुमने है बचाया।
भिलनी के झूठे बेर खाए तुमने,
राक्षसों का संहार किया है तुमने।
भक्तो की रक्षा करते हो तुम,
है ! भगवन तेरे भक्त है हम।
कोरोना से बचा लो हमे तुम।।

चीन भी हमको तंग कर रहा,
हमारी जमीन भी हड़प रहा।
पाक भी नहीं बाज आ रहा ,
घुसपैठियों को वह भेज रहा।
प्रभु ! इनको कर को अब ख़तम।
हे ! भगवन तेरे भक्त है हम,
इनसे बचा लो हमे अब तुम।।

हे ! भगवन तेरे भक्त है हम,
कोरोना से बचा लो हमे तुम।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

देवेन्द्र सोनी हुए गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान से विभूषित

Thu Jun 4 , 2020
इन्दौर। साहित्य के लिये समर्पित अखिल भारतीय संस्था काव्यकुल संस्थान(पंजी.) के द्वारा  इटारसी मध्यप्रदेश के  राष्ट्रीय युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक देवेन्द्र सोनी को  *गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान* से विभूषित किया गया।काव्यकुल संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मानित साहित्यकार *डॉ राजीव पाण्डेय* ने बताया कि संस्था के द्वारा हिन्दी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।