कभी हमारी मोहब्बत की कहानी
पढ़े ये जमाना,
जिसमें पाक मोहब्बत का हो खजाना।
आओ दें इस दुनिया को प्रेम का, अनोखा नजराना,
कुछ ऐसा हो तेरा-मेरा इश्क सूफियाना।
जिसे पाकर दुनिया की रुह पावन
हो जाए,
हमारे प्रेम की पावन कहानी लिखे ये जमाना।
ये दुनिया राधा-कृष्ण के प्रेम की,
जो सुनती है धुन,
जैसे मीरा ने श्री कृष्ण के प्रेम को लिया था चुन।
उस प्रेम के पवित्र एहसास को महसूस करना है तो,
मेरे दिल की गली में आकर वो धुन कभी तू भी सुन।
हो जाएँ लोग दीवाने,पढ़कर उस प्रेम की कहानी
जिसे पढ़कर आ जाए जवानी में एक नई रवानी।
हम एक दूसरे को महसूस करने लगें, कुछ इस तरह,
मैं हो जाऊं तेरे प्रेम में पागल, और तू हो जाए दीवानी।।
#सौरभ जैन(उज्जवल)
परिचय : रचनाकार बनाने की दिशा में सौरभ जैन का प्रयास जारी है। रामपुर मनिहारिन( जिला-सहारनपुर) के निवासी हैं और बी.कॉम.कर लिया है। २२ वर्ष के सौरभ शायरी व छंदमुक्त काव्य रचना को अधिक पसंद करते हैं।