गुरुवर विद्यासागर एक मसीहा

1
0 0
Read Time1 Minute, 32 Second

sonu
लुट गई है पूरी बस्ती,
बस मिट रही है हस्ती।
अब आया एक मसीहा,
आगम की उसमें मस्ती।।

बढ़ता ही जा रहा है,
सच को जिता रहा है।
जिनवर का है दीवाना,
राग-द्वेष नशा रहा है।।

अब है समझ में आया,
कुछ भी न मैंने पाया।
शिवमग मिला उसी को,
जिसने रत्नत्रय निभाया।।

रोतों को हँसा रहा है,
सोतों को जगा रहा है।
दस लक्षणों के बल से,
वो जीना सिखा रहा है।।

वैराग है जिसको भाया,
द्वादशांग उसने पढ़ाया।
उस मसीहा ने है सबको,
जीवन का अर्थ बताया।।

जबसे मैं जीने लगा हूँ,
दुखियों के सीने लगा हूँ।
प्रभु को निज में पाकर,
आनंद को पीने लगा हूँ।।

बरसों का ‘सोनू’ थका है,
देता आया खुद को दगा है।
आपको पाकर के ‘गुरुवर’,
लगता फिर सब नया है।।

                                                                        #सोनू कुमार जैन

परिचय : सोनू कुमार जैन उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले में सरकारी अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। यह सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारान नामक स्थान के निवासी हैं। इन्होंने बीएससी के पश्चात बीएड,एमए (अंग्रेजी साहित्य)किया और अब हिन्दी साहित्य से एम.ए. कर रहे हैं। इन्हें मुक्तक,कविता एवं शायरी लिखने का शौक है।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

One thought on “गुरुवर विद्यासागर एक मसीहा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

माँ का प्यार

Fri Apr 21 , 2017
माँ भाई के साथ छोड़कर, मुझको चली गई थी। कुछ दिन के ही बाद खबर थी, बेबस छली गई थी।। बीमारी ने ऐसा जकड़ा, भूल गई वो सबको। खबर अचानक चलकर आई, और मिल गई मुझको।। बहुत विवश हो दृग प्रपात झर, जोर प्यार ने मारा। माँ दर्शन को तड़प […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।