प्रार्थना-पत्र 13

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सेवा में,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी,
दिनांक: 03 फरवरी 2020
विषय: नागरिकता संशोधन कानून CAA के पक्ष में पदयात्रा की समय रहते तुरंत अनुमति हेतु आवेदन पत्र

आदरणीय महोदय

   सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व सशक्त गृहमंत्री अमित शाह जी आप द्वारा प्रेषित मेरी 3 जनवरी 2020 की सी.ए.ए. के पक्ष में एसडीएम कार्यालय खौड़ से आपके कार्यालय दिल्ली तक पदयात्रा हेतु दी गई प्रार्थना-पत्र धीमी गति से चलती हुई 29 जनवरी 2020 को जिला उपायुक्त कार्यालय जम्मू पहुँच चुकी है।
   जिस पर 31 जनवरी को मुझे मात्र फोन कर यह पूछा जाता है कि आपने पदयात्रा की तिथि का वर्णन नहीं किया हुआ।जबकि आप भी जानते हैं कि मैंने 3 जनवरी 2020 को ही अनुमति मांगी हुई है। इसके अलावा मैं अब तक 12 प्रार्थना-पत्र तुरंत अनुमति हेतु दे चुका हूँ और यह मेरा 13वां प्रार्थना-पत्र है।जिसकी प्रतिलिपियां माननीय मंत्री व सांसद डा. जितेंद्र सिंह जी शमशेर सिंह मन्हास जी एव जुगल शर्मा सहित माननीय उपायुक्त अर्थात डीसी जम्मू, एसडीएम अखनूर व एसडीएम खौड़ को शीघ्र कार्यवाही हेतु सादर भेज चुका हूँ।जो अनुमति में हो रहे विलम्ब के कारण आपके सुशासनिक, प्रगतिशील भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवकों द्वारा की जा रही सेवा के वर्क कल्चर अर्थात कार्यशैली अर्थात कार्य संस्कृति पर गंभीर पश्नचिन्ह है।
   क्योंकि मानवीयता आधारित नागरिकता संशोधन कानून 2019 सी.ए.ए.के कारण देश में उत्पन्न विरोध में विरोधियों ने विरोध प्रदर्शनों की आड़ में आगजनी एवं हिंसा करते हुए राष्ट्र को हानि पहुंचाना आरम्भ कर दिया था।जो आज भी जारी है और अत्यंत असहनीय है।जिस पर मैंने अपना राष्ट्रीय नागरिक कर्त्तव्य पालन करने हेतु 'राष्ट्र के नाम संदेश' की अपनी पुस्तक के माध्यम से पदयात्रा की अनुमति मांगी थी।जिसे समाचारों ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया हुआ है।किंतु ऊपरोक्त किसी भी माननीय ने मेरी प्रार्थनाओं का संज्ञान तक नहीं लिया।जो निंदनीय भी है।
   सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी यह मात्र मेरा ही तिरस्कार नहीं अपितु 130 करोड़ नागरिकों द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री यानि कि आपके आदेशों का भी घोर अपमान है।क्योंकि मैंने सशक्त गृहमंत्री अमित शाह जी के आग्रह एवं आपके मन की बात से प्रेरित होकर उक्त पदयात्रा का निर्णय लिया था।जो राष्ट्रहित में है।चूंकि राष्ट्र सर्वोपरी है।इसलिए राष्ट्रहित में राष्ट्रभक्तों का घरों से बाहर निकलना अति आवश्यक है।ताकि विरोधियों को संविधान के अंतर्गत सबक सिखाया जा सके।
   अता: सम्माननीय प्रधानमंत्री जी लोकतंत्र द्वारा स्थापित 'स्वामी और सेवक' की शक्तियों का प्रयोग करते हुए 'ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर' के दृष्टिगत माननीय मंत्री व सांसद डा. जितेंद्र सिंह जी शमशेर सिंह मन्हास जी एव जुगल शर्मा जी सहित जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष जी को कहें कि वह माननीय उपायुक्त जम्मू से 'निठल्लेपन' को त्यागते हुए आपकी सरकार को चुस्ती भरी तीव्र गति देते हुए भारत को पुना: सोने की चिड़िया एवं विश्व में सशक्त राष्ट्र बनाने हेतु मुझे शीघ्र अति शीघ्र पदयात्रा की अनुमति दिलवाएं।सम्माननीयों जय हिंद

प्रतिलिपि सेवा में (1) माननीय मंत्री व सांसद डा. जितेंद्र सिंह जी शमशेर सिंह मन्हास जी एव जुगल शर्मा सहित
(2) माननीय डीसी जम्मू और एसडीएम अखनूर व एसडीएम खौड़ एवं कई अन्यों को सूचना एवं शीघ्र उचित कार्यवाही हेतु अणुडाक अर्थात इमेल द्वारा सादर भेज दी हैं।सम्माननीयों जय हिंद

प्रार्थी
इन्दु भूषण बाली
आरएसएस के स्वयंसेवक, पत्रकार, चिंतक, आलोचक, विचारक, लेखक शोधकर्ता एवं भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी।
समीप महावीर मंदिर खौड़ कैंप।
डाकघर व तहसील: खौड़
जिला जम्मू।
प्रदेश: जम्मू व कश्मीर
पिनकोड: 181203
अस्थाई पता: घर अंक 01वार्ड अंक 03 डाकघर एवं तहसील: ज्यौड़ियां
जिला: जम्मू
प्रदेश: जम्मू व कश्मीर

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