शीतलासप्तमी

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gopal
गर्दभ वाहन पर होकर सवार
शीतला माता देने आई दुलार ।
आगे चलें हनुमान पीछें भैरव
माता देने आती शीतल बहार ।।
दही संग शक्कर – चावल का
नेवैद्य   बनें   अमृती  रसधार ।
ठंडा भोजन  बडा  गुणकारी
रक्तचाप रोग में नियंत्रण कार ।।
चेचक ,आसाध्य रोग दूर होय
आएं जो रोगी माता के दरबार ।
तन – मन को रखों सदा शीतल
सुख – शांति से रहें हर परिवार ।।
       शीतला माता
नन्हें – नन्हें कदमों से कर प्रवेश
देकर आनंद-मंगल का उल्लास ।
जनमानस में इसका महत्व विशेष
ऐसी देवी का करें ,हम अभिषेक ।।
शीतलता भरें हर आंगन ,हर द्वार
चर्मरोग,पित्त ज्वर का करें उपचार ।
करें कुमकुम की उज्जवल बौछार
शीतला माँ  करें  भक्तों का उद्धार ।।
माँ को प्यारा लगता ठंडा पकवान
रास्तों की बाधाओं को करें आसान ।
भक्तों का जग में बढाएं मान-सम्मान
सुख-शांति – सौहार्द का दे वरदान ।।

#गोपाल कौशल

परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।

matruadmin

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