#गोपाल कौशल
परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
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प्रेमरंग की बौछार रंगपंचमी
सद्भाव की बहार रंगपंचमी ।
आनंद मय हो जीवन हमारा
ऐसी शुभकामना है रंगपंचमी ।।
गेर संग निकले फाग यात्रा
कान्हा संग निकले है राधा ।
हर गांव-शहर बना इंद्रधनुषी
प्रेमरंग से दूर करें हर बाधा ।।
बच्चों की टोली लगे निराली
द्वेषभाव से दूर है किलकारी ।
बुरा न माने कोई भी इनका
उडाएं गुलाल,मारे पिचकारी ।।
हर्षोल्लास का रंग,रंगपंचमी
टेसू-पलाश का रंग,रंगपंचमी ।
रहें सदा हरियाली धरती पर
ऐसी शुभकामना है रंगपंचमी ।।
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