छोटे-छोटे बच्चो ने होली पर बनाई है अपनी एक टोली।
पानी से पिचकारी भर ली और रंगों से भर ली है झोली।।
पानी से गुब्बारों को भरकर आज मनाएंगे सब होली।
भीगे मुन्नी,भीगे मुन्ना,नाच नाच कर सब बच्चे खेले होली।।
छोटे-छोटे बच्चो के संग उनके दादा-दादी भी खेले होली।
बच्चो संग दादा-दादी बन गए बच्चे और खूब खेली होली।।
दूर गाँव से नाना-नानी भी उनके संग खेलने आये है होली।
बच्चो के संग नाना – नानी भी जमकर धूम मचाये।।
रंगों का त्योहार है होली सब के लिए खुशियां लाये।
लेकिन बच्चो की उछल खुद से घर रोशन हो जाये।।
#नीरज त्यागी
ग़ाज़ियाबाद ( उत्तर प्रदेश ).