जीवन आपका महके 

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sanjay
फूलों की सुगंध से, सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा,
तारों की चमक से, सम्मिलित हो जीवन तुम्हारा,
उम्र हो सूरज जैसी, जिसे याद रखे दुनियाँ सारा /
आप महफ़िल सजाएं ऐसी, की हम सब आये दुवारा //
आपके जीवन में हजारो बार,  मौके आये इस तरह के ,
की लोग कहते कहते न थके, की मुबारक हो मुबारक हो /
जिंदगी जीने का ये तरीका, जिसमे खुशी होती है, गम नहीं /
तभी तो तुम जिन्दा दिली से जीते हो, और प्रेम रस पीते हो //
अपनी दुआओं में, हमें याद किया आपने /
तहे दिल से कहते है,
हम आपको शुक्रिया /
जिन्दगी बदत्तर रहे,बेहतर रहे, चाहे जैसी रहे/
बस साथ आपका,
जिंदगी भर मिलता रहे //
तभी तो आपकी दुआओ में, हम घुल जाएंगे /

#संजय जैन

परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों  पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से  कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें  सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की  शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

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