नमन शहीदों।
वतन मुरीदों।
मर मिट जाते।
अमर कहाते।
वतन सँभाला।
बन रखवाला।
अमिट निशानी।
यह बलिदानी।
बन उपकारी।
वजह हमारी।
तन मन वारे।
अमन सँवारे।
कसरत कारी।
हम बलिहारी।
नमन सु वीरों।
सुत रण धीरों।
पवन पुकारे।
चमन निहारे।
अमित जुबानी।
अमर कहानी।
सुजन निराले।
सरहद वाले।
हक मत देना।
जय जय सेना।
जयतु गुमानी।
जय बलिदानी।
सुरग परिंदों।
नमन शहीदों।
नाम– बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः