दिखता नहीं….

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singhai subhash
दिखता नहीं
भीड़ में कोई शत्रु
खाली हो पेट
विपत्ती आयी
घर बदले मित्र
सूखी अपेक्षा
भंवरें जुड़े
दलबल सहित
सन्नाटा चिरा
बिना उजाले
अंधियारा प्रबल
कायम आशा
गर्म शीतल
प्रकृति का स्वभाव
पवन कहे
चौखट गिरी
घर -घर की रीत
दीवार उंठी
लौटेगा वह
समझ आने पर
अपेक्षा इन्हें
#सिंघई सुभाष जैन

परिचय :

 नाम –          सिंघई सुभाष जैन
 जन्म तिथि   9 दिसम्बर 1956
जन्म स्थान – नरसिंहपुर के दूर – सुदूर गांव
                    बिलेहरा ( नादिया)
सम्प्रति –       बैंक ऑफ़ बड़ौदा से विशेष सहायक पद से सेवानिवृत 
उपलब्धि –    कादम्बिनी एवं स्वेदश द्वारा  कहानी के लिये 
                   दो दशक पूर्व पुरस्कृत
लेखन –        कहानी , लघुकथा , हाइकू एवं कवितायें ।
                  प्रमुख पत्र – पत्रिकाओं में रचना प्रकाशित  एव
                  आकाशवाणी से रचनायें प्रसारित
सम्पर्क।      इन्दौर(मध्यप्रदेश)

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।