चतुर्वेद स्वाहाकार महा यज्ञ से होगा वैदिक ज्ञान-विज्ञान का विस्तार : विहिप

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9 से 14 अक्टूबर तक दिल्ली में होने वाले महा यज्ञ में जुटेंगे देश-विदेश से श्रद्धालु

 नई दिल्ली।  अक्टूबर 07, 2019।  वेदों के ज्ञान विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने हेतु विश्व हिन्दू परिषद् के तत्वावधान में श्री अशोक सिंहल फाउंडेशन व झंडेवालान देवी मंदिर के सहयोग से चतुर्वेद स्वाहाकार महा यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में आयोजित प्रेस वार्ता में  विश्व हिन्दू परिषद् की प्रबंध समिति के सदस्य श्री दिनेश चन्द्र, कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार तथा अशोक सिंहल फाउन्डेशन के न्यासी श्री महेश भागचंदका ने बताया कि श्री अशोक सिंहल जी की कल्पना के अनुसार वेदों में आध्यात्मिकता के साथ उसके ज्ञान का प्रचार-प्रसार देश-विदेश में फैले, इस हेतु दिल्ली के लक्ष्मी नारायण मन्दिर (बिड़ला मंदिर) में होने वाला यह छ: दिवसीय आयोजन बहुत महत्वपूर्ण होगा। इसमें ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद के लगभग 29 हजार मन्त्रों से प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक तथा सायं 5 बजे से 8 बजे तक आहूतियां डाली जाएंगीं। हैदरावाद के श्री श्री श्री रामानुजाचार्य पूज्य चिन्न जीयर स्वामी जी के ब्रह्मत्व में 50 से अधिक वेद पंडितों के द्वारा यज्ञ संपन्न किया जाएगा।  प्रतिदिन पूज्य स्वामी जी के प्रवचन भी होंगे। महायज्ञ के प्रचार-प्रसार हेतु सम्पूर्ण राजधानी में 8 रथ यात्राएं भी चल रही हैं।

  इस आयोजन में न सिर्फ दक्षिण भारत के श्रेष्ठ आचार्यों व वैदिक विद्वानों के निर्देशन में वेद के एक एक मन्त्र को शुद्ध सस्वर उच्चारण करके महायज्ञ में आहूतियां डाली जाएंगीं बल्कि, वेदों के सन्दर्भ में समाज में व्याप्त अनेक भ्रांतियों का निवारण कर, इस प्रकार के महा यज्ञ सम्पूर्ण विश्व में हों, इस हेतु लोगों को प्रेरित भी किया जाएगा।

  बताया गया कि कार्यक्रम में देश भर से अनेक संत, महंत, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक व राजनैतिक जगत के अनेक गणमान्य लोग भाग लेंगे। जिनमें जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर पूज्य श्री अवधेशानंद गिरी जी महाराज, ऋषिकेश से पूज्य स्वामी चिदानंद मुनि जी महाराज, रमण रेती मथुरा से कार्षणी गुरु पूज्य शरणानन्द जी महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर-संघचालक पू. श्री मोहन भागवत, सर कार्यवाह माननीय श्री भैयाजी जोशी, सह-सरकार्यवाह माननीय श्री कृष्ण गोपाल, लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह व रक्षा-मंत्री श्री राजनाथ सिंह शामिल हैं।

  ज्ञातव्य रहे कि विहिप के पूर्व अध्यक्ष माननीय श्री अशोक सिंहल जी ने वर्ष 2015 में  इसी चतुर्वेद स्वाहाकार महा यज्ञ को दिल्ली के बिड़ला मंदिर में ही आयोजित करने हेतु व्यापक तैयारियां पूरी कर लीं थीं किन्तु उनका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने से निर्धारित समय से कुछ दिन पूर्व ही कार्यक्रम को स्थगित करना पडा था।

  यह भी बताया गया कि वेद पूरी सृष्टि में मानव मात्र व प्राणीमात्र के लिए कल्याणकारी हैं। वेदों का नाम, वेदों का दर्शन व उसका ज्ञान-विज्ञान सम्पूर्ण विश्व के लिए सर्व सुलभ हो, उसकी शुरूआत करने हेतु राजधानी दिल्ली से एक शुरूआत की जा रही है। श्रद्धेय श्री अशोक जी सिंघल की कल्पना  में वेदों में जो आध्यात्मिकता, वैज्ञानिकता, सामाजिकता, व्यावहारिकता और सृष्टि मात्र का ज्ञान जो भरा है वह देश-विदेश के सामान्य जनमानस तक पहुँचे तथा वेदों के विषय में कालान्तर में जो अनेकों भ्रांतिया पैदा हुईं कि अमुक-अमुक व्यक्ति या समाज वेदों को सुन नहीं सकता, इस प्रकार की  भ्रांतियाँ भी दूर हो सकें, इसी भाव को लेकर चतुर्वेद स्वाहाकार महा यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। वास्तव में वेदों में कोई भेद नहीं है, ये सबके लिये हैं। महिला हो या पुरुष सबको लेकर पूरी पृथ्वी में मानव मात्र के लिये है। पूरे भारत तथा विदेशों से आये लोग यहाँ महा यज्ञ के समय प्रात: सायं दो-दो घंटे के लिए उपस्थित रहें, समझें, देखें और उसके बाद अपने-अपने स्थान पर जाकर, दक्षिण के आचार्य जो आज उपलब्ध हैं, जिन्हें चारों वेदों के प्रत्येक मंत्र शुद्ध व सस्वर उच्चारण के साथ कंठस्थ हैं, के माध्यम से महा यज्ञ में आहुति देवें।  इस प्रकार का भाव लेकर यह आयोजन किया जा रहा है। इसी कारण इस महा यज्ञ को चतुर्वेद स्वाहाकार महामहा यज्ञ का नाम दिया गया है।

   स्वर्गीय श्री अशोक सिंहल जी की यह एक दूरगामी सोच थी जिसको पूरा करने के लिये दिल्ली में यह आयोजन हो रहा है। देश विदेश से आयें और यहां से प्रेरणा लें तथा सक्षम  आचार्यों को बुलाकर इस वैदिक ज्ञान को समाज में विस्तार के साथ पहुँचाने का काम करें। वेदों में जो ज्ञान विज्ञान व आध्यात्मिकता है उसे कहीं न कहीं वेद विश्वविद्यालय इस रूप में खड़ा कर समाज में पहुँचाया जाये। समाज के हर मत-पन्थ सम्प्रदाय के लोगों को भारत और अन्य देशों से सपरिवार आमंत्रित किया गया है। चार देशों की स्वीकृति भी आ गई है। दिल्ली में पहली बार इस प्रकार का आयोजन हो रहा है।

जारी कर्ता:

विनोद बंसल

राष्ट्रीय प्रवक्ता

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