रचना पाठ गोष्ठी सम्पन्न

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 *तुमने तो दीवार उठा दी आंगन में, इसमें खिड़की-दरवाजा दोनों लाओं- अंसारी*
इंदौर |
साहित्यिक संस्था ‘क्षितिज’ एवं ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’, इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में एक रचना पाठ संगोष्ठी का आयोजन डी क्यू कैफे पर किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि चरण सिंह अमी के द्वारा की गई। इस गोष्ठी में श्री अजीज अंसारी प्रमुख अतिथि के रूप में एवं कवि श्री आर एस माथुर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
      कार्यक्रम में सर्वश्री सूर्यकांत नागर, ब्रजेश कानूनगो, सतीश राठी ,योगेंद्र नाथ शुक्ल, पुरुषोत्तम दुबे, कविता वर्मा ,सदाशिव कौतुक, प्रदीप नवीन, राम मूरत राही, सीमा व्यास, पुष्पा रानी गर्ग, चंद्रा सायता एवं अन्य उपस्थित कवियों के द्वारा रचना पाठ किया गया । कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत सर्वश्री उमेश नीमा, दीपक गिरकर एवं डॉ नीना जोशी के द्वारा किया गया तथा अतिथियों को प्रिंस बैरागी ,मृदुल जोशी एवं राम मूरत राही के द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन के द्वारा नवत्रिभाषा सूत्र पर व्याख्यान दिया गया और मातृभाषा के प्रचार-प्रसार तथा हिंदी में हस्ताक्षर किए जाने के बाबत सभी को अपने विचार सुनाए जिसकी सभी ने सराहना की।
 कार्यक्रम का संचालन क्षितिज संस्था के अध्यक्ष सतीश राठी के द्वारा किया गया एवं आभार  डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’ ने माना।

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।