#नीरज त्यागीग़ाज़ियाबाद (उ. प्र)
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लड़ रहे है राजनीति के जादूगर कुत्ते बिल्ली की तरह,
अपनी झूठी-झूठी बातो से,ये फिर से लोगो का मन हरे।
भोली भाली जनता हर बार ही इनकी बातो में आ जाती।
इन्हें जिताकर खुशी – खुशी फिर इनके जूते खाते।।
कोई ग़ांधी-ग़ांधी करता,कोई मोदी के नाम को रोता है।
बार बार इनकी लातो को खाकर आम आदमी ही रोता है।।
सत्ता के गलियारों में हर रोज नए नए परिंदे आते है।
समझदार हो कितना भी कोई,पर इनसे मात खाते है।।
चमचों की भीड़ बहुत इनके इर्द गिर्द मंडराती है।
इनकी थोड़ी सी दारू पीकर अपनो को बहकाते है।।
सम्हल जाओ अब लोगो ना बार बार तुम चोट खाओ।
अपने लिए कर रहा जो काम बस उसी को वोट दे आओ।।
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