प्रेम क्या है….

0 0
Read Time29 Second
cropped-cropped-finaltry002-1.png
प्रेम क्या है, मरज है      या है ये दवा
जलता दीपक है ये या है चलती हवा
प्रेम पाषाण है फिर ये    खुश्बू है क्यूं
गर ये वाचाल है मौन में     क्यों झरा
प्रेम मिल जाये तो ये है मारक दवा
न मिले तो मरज है न जिसकी दवा
जो हैं पत्थर हृदय उनको पाषाण है
जितना रोकेगी दुनिया ये उतना बढ़ा
#दिवाकर 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

रश्मि-रथ

Mon Nov 12 , 2018
रश्मि-रथ की करके सवारी तुम आईं हिय-द्वार सुकुमारी श्वासों के आरोह-अवरोह से आहट होती प्रतिध्वनित तुम्हारी अथाह व्योम-से उर में जैसे दिव्य नूपुर खनक रहे हैं इस मादकता की धारा में सारे सुर-नर भटक रहे हैं प्रत्येक सुमन से तेरी ही प्रतिबिंबित होती है छवि न्यारी श्वासों के आरोह-अवरोह से […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।