उम्र

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atul kumar
उम्र कुछ खिंची खिंची सी लगती है
बनावटी हाव भाव
चेहरे पर पुती वरिष्ठता की परिभाषा
ड्रेस कोड की खड़ी पंक्तियाँ
मोटे लेंसों के परिधि पर खड़ा खड़ा
देखता हूँ मैं
सबकुछ पीछे जाते हुए
सिमटे हुए बचपन को
कैशोर्य का विद्रोह को
और समाज के नजरो से दबे वर्तमान को
आईने लगाये चेहरों में अपना प्रतिबिम्ब
उदास व धुँधला नज़र आता है।
मेरे वजूद के टुकड़ों की अठखेलिया
मेरे किरदार को खण्डित करती हैं
आँखे चमक उठती हैं
जिम्मेदारियां सर पर सवार होती हैं
और जिन्दगी चल पड़ती है…

#अतुल पाण्डेय

परिचय-
नाम -अतुल कुमार पाण्डेय ‘यायावर ‘पिता का नाम- श्री वेद प्रकाश पाण्डेय ।पता-ग्राम पोस्ट बभनौली पाण्डेय,लार,देवरिया,उप्र।२७४५०२। योग्यता -गणित स्नातकोत्तर ,शिक्षा स्नातक ;प्रवक्ता_-श्री रैनाथ ब्रह्मदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय सलेमपुर ।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।