सांवली घटा

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priti pandey

आकाश में बैठी बैठी यूं
ऐसे है क्यों इतराती तू
ऐ घटा सांवली ये तो बता
धरती पे क्यों नहीं आती तू..!!
सूखे खेतों की आस है तू
मरू स्थल की प्यास है तू
दृग में तो तू बरबस छाती
मन गागर क्यूं नहीं भर जाती..
 अपनी बूंदों से कृषक हृदय क्यों
पुनः नहीं हर्षाती तू
ऐ घटा सांवली…!!
तेरे आने से खिल जाती है
धरती की धानी चुनरिया
कितने जोड़ों में राधा के संग
झूला झूले सांवरिया..
उन अधरों पे मुस्कानों की
क्यों वज़ह नहीं बन जाती तू..!!
ऐ घटा सांवली..
तू क़िस्मत वाली है री सखी
सब तेरी राह नीरखते हैं
तू अा जाए अब अा जाए
कहते सब ये नहीं थकते हैं
आस भरी उन अंखियों को
फ़िर से नहीं क्यों चमकाती तू..!!
ऐ घटा सांवली ये तो बता
धरती पे क्यों नहीं आती तू…!!
#प्रीति पांडेय
परिचय:
प्रीति पांडेय
साहित्यिक उपनाम-     रश्मि
राज्य-   बिहार
शहर- सासाराम
शिक्षा-  एम. ए.
कार्य क्षेत्र-   शिक्षण
विधा-   वीर , श्रृंगार, अन्य भी..।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।