टोटी से पानी बह रहा है , उसके सामने बैठी एक महिला तसल्ली से स्वेटर बुन रही है । उसके सामने से एक आदमी निकला । महिला के दरवाजे पर बहते पानी को देखते हुए चला गया। लगभग एक घंटे बाद उधर से फिर निकला टोटी से फालतू पानी अब भी बह रहा था। यह देख , उसे गुस्सा आ गया, पर सारी गुस्सा को पीकर हाथ जोड़कर महिला से बोला-बहन जी एक घंटे से फालतू में पानी बह रहा है कम से कम टोटी बंद ही कर दो।
‘हुंह कौन पैसा लग रहा है, पर कुछ लोगो की टोकने आदत होती है। महिला तुनक कर बोली।
“बहन जी पानी बचाएं धरती पर पीने लायक पानी बहुत कम है।”
“अपना रास्ता देखो खामखा क्यों लटी-पटी सुनना चाहते हो। महिला की त्योरियॉ चढ़ते देख वह आदमी नाक भौ सिकोड़ते हुए भुनभुनाते हुए चला-‘पड़ गई तुम औरत वर्ना थ्रो बाल की तरह उड़ा देता।’
#सुरेश सौरभ
लखीमपुर खीरी