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तुम मार्गदर्शक
तुम ही हो प्रेरणास्रोत्र
तुम हो चट्टान समान
जो विपदाओं से बचाता
तुम हो एक विशाल वृक्ष
जो अपनी छाया से हमारे जीवन में शीतलता लाता
तुम ने बचपन हाथ थाम चलना सिखाया
और जीवन में जरुरत पड़ने पर तुम्हें अपनी परछाई बना पाया
पिता वो शख्सियत है
जो परिवार का सूत्रधार संचालक है
तुम हो तो मेरा वजूद है
तुम नहीं तो मैं कुछ भी नहीं
अपनी छत्र छाया यूही मुझ पर बनाये रखना
प्रेरणा बन मेरा हौसला कायम रखना
#शालिनी जैन
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