यह भारतीय देश है ऐसा
जो अपने बेटों पर रोता है।
कुछ शहीद यहाँ तो बाकी
व्यक्ति भ्रष्टाचारी होता हैं।।
भ्रष्टाचार बढ़ा यहाँ पर इतना
लोग कहते विकास न होने देंगे।
करना कार्य आदत नही हमारी
सरकारी अनुदान दौड़ के लेंगे।
लाइट लगेगी जो राहों पर
उसको भी हम ही चुराएंगे।
घर के सामने ग्राम समाज
को हम अपना बतलाएंगे।।
बड़े बड़े पदों पर भारत में
अब श्री टोटी चोर बैठते हैं।
जो खा खिला लैट्रिन गुर्गों को
भारत को दिन रात लूटते हैं।।
कभी कभी कोई सुपर एक्टिव
डिटेक्टिव कर दिया जाता है।
तत्पश्चात आतंकवादी अनेक
राष्ट्रीय शहीद कहलाता है।।
कुछ ऐसे भी थे वीर यहां जो
खोज अनशन की कर गए।
भूख हड़ताल में भी कईयों के
वजन यहाँ पर बढ़ गए।।
भ्रष्टाचार से मन मेरा अब
यारों बहुत घबराता है।
हमेशा न सही कभी-कभी
मन मुझको बैमान कह जाता है।
#आशुतोष मिश्र तीरथ