तेरा प्यार पा के हमने सब कुछ पा लिया है। तेरे दर पर आके हमने सिर को झुका लिया है।। तेरा प्यार पा के हमने सब कुछ पा लिया है।। आवागमन की गलियाँ न हत बुला रही थी..२। जीवन मरण का झूला हमको झूला रही थी। अज्ञानता की निंद्रा हमको […]
अपनी ज़िद में अड़े मिलना हो मुसीबत तो खड़े मिलना मुझे फक्र है तुम साथी हो दिल के भी तुम बड़े मिलना पोछोगे मेरे गिरते आँसू को इरादों से तुम कड़े मिलना नहीं खून के रिश्ते माना कि मगर इंसानियत में बड़े मिलना -किशोर छिपेश्वर”सागर” बालाघाट Post Views: 389
जीवन की चिंता किसे है अभी तो कुंभ चल रहा है यह भी सब जानते है , कही चुनाव चल रहा है सवाल न उठाओ उनसे वे अवसर के बादशाह हैं उन पर फ़र्क नही पड़ता कोरोना में कौन मर रहा है मरने पर मोक्ष मिलेगा सबको क्योंकि अभी कुंभ […]
नव दीप जले,नव पुष्प खिले, नित्य मां का आशीर्वाद मिले। कभी ना हो दुखो का सामना, उसका सैदेव आशीर्वाद मिले।। करता हूं प्रार्थना मां दुर्गा से, तुमको सुखो का भंडार मिले। किसी को कोई कष्ट न हो जरा, सबको हर तरह का सम्मान मिले। घर घर में हर तरह खुशहाली […]
रोज सूरज उगता था एक जैसा… परन्तु आज अलग उगा है जिसमें कोई आकर्षण नहीं नजर आ रहा है फीका-फीका सा जो कल तक चलती थी शीतल मंद-मंद हवा मेरे गांव में, वो आज हो गई है बेहद जहरीली । कल हुए दंगों ने मेरे गांव में फैला दी है […]
बड़े बड़े वैज्ञानिक डाक्टर और शोधकर्ता आदि ने कोरोना से पूछा। क्या तुम्हें पता नहीं हैं, की देश के पाँच राज्य में चुनाव हैं। कोरोना बोला आप चिंता मत कीजिये। हम तो पांच राज्यों के अलावा अभी बाकी राज्यों में व्यस्थ हूँ। इसलिए दो मई तक जो भी करना हैं […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।