मारने वाला है भगवान

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मारने वाला हैं भगवान,
बचाने वाला हैं भगवान।
बाल न बांका कोई कर सके,
जिसके रक्षक है कृपा निधान।।

जल थल है उसके आधीन,
भू गगन है उसके आधीन।
सूर्य चंद्र करे उसने निर्माण,
तारे नक्षत्र करे उसने निर्माण।
उसकी शक्ति है सबसे महान,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।।

जन्म मृत्यु है उसके आधीन,
जीव जन्तु हैं उसके आधीन।
सबका हिसाब वह है रखता,
छल कपट किसी से न करता।
करता है वह सबका निर्माण,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।।

लाभ हानि है उसके हाथ,
यश अपयश है उसके हाथ।
जय पराजय है उसके आधीन,
काल अकाल है उसके आधीन।
उसके कार्य है बड़े महान,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।

स्वर्ग नरक है उसके पास,
करम धर्म है उसके पास।
जल प्रलय भी वह है करता,
थल प्रलय भी वह है करता।
वह बड़ा ही शक्तिवान,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।।

कोई फूल उसके बगैर नहीं खिलता,
कोई पत्ता उसके बगैर नहीं हिलता।
उसका हुक्म सब जगह है चलता,
उसके बैगैर हमें कुछ नहीं मिलता।
क्या क्या करू उसका बखान,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।