(माननीय अटल जी को शब्दांजलि) अनन्त यात्रा पर हो अटल मैं निकला । विदा हो प्रियजन से देश धरती और गगन से । न भूल सकूँ , न तुम भुला देना यह जीवन पथ तो है बस देना लेना । कुछ शब्द दिए और प्यार ले लिया । साथ यही […]
उत्सुक हूँ उत्तर को देने के लिये प्रश्न तेरे उत्तर मेरे या मैं भी कुछ करूँ प्रश्न बस बने सन्तुष्टि तेरे मन पर मेरे उत्तर से । बनी रहे मेरे भी मन में एक जिज्ञासा जानने की मैं भी करूँ प्रश्न तू भी दे उत्तर ईमानदारी से । प्रेम में […]
हिंदी दिवस पर विशेष…… नए बोल सिखाती है,मुझे ज्ञान कराती है। ए माँ भाषा तू ही मुझे सम्मान दिलाती है॥ नए बोल सिखाती है …….. भारत का है गौरव तू,चमकी बन भानु प्रभा। जन-जन की है सौरभ तू,महकी हर दिशा दिशा। भारत-सुत में तू ही नया स्वाभिमान जगाती है॥ नए […]
जीवन के क्षण,कभी हर्षित कभी बोझिल, कभी तेज उजाला, कभी तारों की झिलमिल। कभी खुशियों का खजाना, कभी ग़म में गाफिल, कभी हर ओर सन्नाटा, कभी शोरगुल शामिल। कभी अभाव,तंगहाली, कभी हासिल ही हासिल, कभी हर ओर अपने, कभी लगते सभी कातिल। कभी शाम-ए-तन्हाई, कभी शाम-ए- महफिल, कभी हर दिल […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।